समर कैंप न सिर्फ बच्चों को शारीरिक फिटनेस देते हैं बल्कि उनको सामाजिकता और रचनात्मकता भी सिखाते है देखा जाए तो समर कैंप बच्चों के बेहतर भविष्य की नींव डालते हैं, जहां वह हर तरह के कौशल व स्किल्स के बारे में जानकारी इकट्ठा करता है। एक समय था जब गर्मी की छुट्टियों में बच्चे अपने नाना नानी या रिश्तेदारों के घर जाते थे। समय बदला तो छुट्टियाँ बिताने का पैटर्न भी बदल गया। अब अभिभावक छुट्टियों में बच्चों के हुनर को तराशने पर जोर देते हैं। विशेषज्ञ भी मानते हैं की गर्मी की छुट्टियों का उपयोग बच्चे के टैलेंट को उभरने में किया जान चाहिए। समर कैंप में बच्चा मौज मस्ती में ही काफी कुछ नया सीख जाता है समर कैंप के क्या क्या है फायदे आइये जानते हैं:
पड़ती है बेहतर भविष्य की नींव
अगर आप चाहते हैं की आपका बच्चा अपनी छुट्टियों का सदुपयोग करें तो इसके लिए आपको समर कैंप से बेहतर विकल्प नहीं मिल सकता है। सही मायने में देखा जाये तो क्लास रूम में और घर पर बच्चों को जो नहीं पढ़ाया जा सकता, उसे सिखाने में आपके द्वारा समर कैंप का सही चुनाव भी एक महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। टीवी के सामने बैठकर गर्मी की छुट्टियाँ बिताने की उपेक्षा बच्चों को भी समर कैंप में बहुत कुछ सीखने को मिलते रहे यही कारण है की बच्चे भी बहुत खुश होकर समर कैंप में जाने के लिए तैयार हो जाते हैं।
मिलती है सामाजिकता की सीख
एक बात जो माता पिता अपने बच्चों को घर पर आसानी से नहीं सिखा सकते हैं वह है सामाजिकता और व्यवहार कुशलता। एक अच्छा नागरिक बनने के लिए यह दोनों ही जरूरी है। समर कैंप में बच्चे अन्य लोगों से बातचीत करने की कला आसानी से सीख जाते हैं। जब वे अन्य लोगों से बातचीत करते हैं तो वे सामाजिक बनने के बारे में बहुत कुछ सीख जाते हैं। नए दोस्त बनाने में भी समर कैंप उपयोगी साबित होता है। वास्तव में बच्चे यहाँ ऐसे हमउम्र लोगों से मिलते हैं, जिनकी रुची एक जैसी होती है, यह उनके विकास के लिए लाभदायक साबित होता है।
सुधरता है आत्मविश्वास और बनता है आत्मनिर्भर
समर कैंप में बच्चों के आत्मविश्वास का स्तर में सुधर आता है। कैंप में छोटे-छोटे गुणों को सीख कर बच्चे स्वं निर्णय ले पाने में सक्षम होते हैं, वे आत्मनिर्भर बनते हैं और ज्यादा सामाजिक भी। वे हमेशा नई चीजों का अनुभव लेने को उत्सुक रहते हैं और समय के साथ उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता चला जाता है। वे अन्य बच्चों के साथ अपना सामान बाँटने में और उनका साथ देने जैसे गुण भी कैंप में खेल खेल में सीख लेते हैं। ये गुण उनको आने वाले समय के लिए एक मजबूत आधार देते हैं, जिनके बल पर बच्चा बड़ी से बड़ी कठिनाई को आसानी से पार कर पाने में सक्षम हो पता है।
किसी भी व्यक्ति का आत्मनिर्भर होना बहुत जरूरी है। जब तक कोई व्यक्ति आत्मनिर्भर नहीं होता वह जीवन में बड़ी सफलताएँ हासिल नहीं कर सकता। समर कैंप के दौरान बच्चे जब माता पिता से दूर होते हैं तब वे अधिक आत्मनिर्भर बन जाते है। यहाँ वह अपना सारा काम खुद ही करते है, जो बड़े हो रहे बच्चे के लिए बहुत जरूरी है।
बढ़ता है शारीरिक कौशल
कुछ खास तरह के समर कैंप में बच्चे की शारीरिक फिटनेस पर भी ध्यान दिया जाता है। कुछ स्पोर्ट्स र्कैंप में बैडमिंटन, बॉक्सिंग, बास्केटबॉल, हैडबॉल, हॉकी, जुडो, खो-खो, कबड्डी, टेनिस, वेटलिफ्टिंग, एथलेटिक्स, वालीबॉल, क्रिकेट, फुटबॉल, आदि भी सिखाया जाता है। शारीरिक गतिविधियाँ जैसे तैराकी, साइकिलिंग, दौड़ आदि से बच्चों की फिजिकल फिटनेस अच्छी हो जाटी है, साथ ही वे तय भी कर पाते हैं की भविष्य में उनको स्पोर्ट्स चुनना है या नहीं या कौन सा स्पोर्ट्स चुनना है।
बढती है रचनात्मकता
समर कैंप बच्चों के अन्दर छिपी प्रतिभा को निखारने में अहम् भूमिका निभाते हैं। बच्चो को यहाँ पढाई के साथ कईं प्रकार की गतिविधियों में भाग लेने का मौका मिलता है। इससे उनकी रचनात्मकता बढती है, जो जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए बहुत जरूरी है। कईं कैंप में संगीत, थिएटर, भाषण, वाद-विवाद, नृत्य, सर्कस, रॉक एंड रोल , जादू और अन्य कईं चीजें भी सिखाई जाती हैं। इसके तहत बच्चों को एक नई कला को आजमाने या एक नए कौशल को सीखने का मौका भी मिलता है।